Varanasi: सावन के चतुर्थ सोमवार पर भारत भूमि को अपने कुंड धारा से अधिसूचित करने वाली माँ गंगा के किनारे तिरंगा ही तिरंगा नजर आया। मन की बात ...
Varanasi: सावन के चतुर्थ सोमवार पर भारत भूमि को अपने कुंड धारा से अधिसूचित करने वाली माँ गंगा के किनारे तिरंगा ही तिरंगा नजर आया। मन की बात ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान के दृष्टिगत राशन में घाट पर नमामि गंगे ने अपील किया कि होंठो पर गंगा हो, हाथों में तिरंगा हो, भारत माता की जय, वंदे मातरम, जयहिंद के गगनभेदी घोष के साथ, आओ घर घर अलख जगाये है।
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नमामि गंगे |
मॉ गंगा को स्वच्छ बनाये, सबका साथ हो गंगा साफ हो नारों से पतित पावनी का तट गूंज उठा। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा फहराने की अपील की गई। बंद करो पॉलीथीन काशी को बनाओ सुंदर और क्लीन व पॉलिथीन मुक्त गंगा घाट का आग्रह किया गया। नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने गंगा स्वच्छता का अवाहृन करते हुए सभी को जागरूक किया।
राष्ट्रीय नदी गंगा की स्वच्छता हेतु राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लेकर सभी संकल्प बद्व हुई। अमृत महोत्सव के तहत राष्ट्र की अभियान तिरंगे को हर घर में फहराने का आह्वान किया गया। संयोजक शुक्ला ने कहा कि सावन पर्यान्त हम माँ गंगा का जल महादेव पर चढ़ाते हैं।
गंगाजल अर्पण से महादेव प्रसन्न होते हैं। हमारा भी यह दायित्व है कि महादेव की गंगा को स्वच्छ बनाए रखने में अपना योगदान दें। उत्तर प्रदेश एवं बिहार, झारखंड से आयोग, एक कांवरिया बंधुओं सहित स्थानीय नागरिको ने गंगा जी और संरक्षण की शपथ ली।