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UK: यूके के प्राइम मिनिस्टर ऋषि सुनक के घर को ब्लैक कपड़े से ढ़क दिया गया - Purvanchal Samachar

यूनाइटेड किंगडम: हाल ही में यूके के प्राइम मिनिस्टर ऋषि सुनक के घर को ब्लैक कपड़े से ढ़क दिया गया और इनके घर के ऊपर नो न्यू ऑइल के बोर्ड लगा...

यूनाइटेड किंगडम: हाल ही में यूके के प्राइम मिनिस्टर ऋषि सुनक के घर को ब्लैक कपड़े से ढ़क दिया गया और इनके घर के ऊपर नो न्यू ऑइल के बोर्ड लगा दिए गए। और यह सब तब हुआ है जब यूके के प्राइम मिनिस्टर अपने परिवार के साथ कैलिफोर्निया में छुट्टियां मना रहे थे।

UK: यूके के प्राइम मिनिस्टर ऋषि सुनक के घर को ब्लैक कपड़े से ढ़क दिया गया - Purvanchal Samachar

और यह सब किया है। ग्रीन पीस नाम के एक एनजीओ ने  दरअसल, यूके के प्राइम मिनिस्टर ने हाल ही में यह कहा है कि हम 100 से ज्यादा कंपनियों को लाइसेंस देंगे। और उनसे कहेंगे की आप लोग यूके के आसपास माइनिंग करें। और यह पता लगाएँ यूके की टेरिटरी में कहीं ऑइल या गैस के रिज़र्व मिलते है, या नहीं। 

उनके यह स्टेटमेंट के बाद पर्यावरण से संबंधित एनजीओ ग्रीन पीस काफी बड़े लेवल पर प्रोटेस्ट कर रहा है। यूके के इस स्टैंड के बाद यूरोप के कई और देश यूके की इस पॉलिसी को अपना सकते हैं और इससे वैश्विक लेवल पर कार्बन उत्सर्जन का खतरा और भी ज्यादा बढ़ सकता है। 

सबसे आश्चर्य की बात यह है कि जब भारत और चीन जैसे विकासशील कच्चे तेल और गैस की माइनिंग करते हैं या फिर इसमें इन्वॉल्व होते हैं, तब यही यूके और उसके सहयोगी देश इन विकासशील देशों पर कार्बन उत्सर्जन का आरोप लगाते हैं।

लेकिन जब इन लोगों की खुद की इकोनॉमी संकट में है तो यह लोग पर्यावरण को साइड में रख कर अपने फायदे की ओर देख रहे हैं। आपको जानकारी के लिए बता दें कि ग्रीनपीस पर्यावरण से संबंधित एक एनजीओ है जिसकी स्थापना 1971 में हुई थी और इसका मुख्यालय नीदरलैंड की राजधानी एम्सटर्डम में है। भारत में भी इस एनजीओ ने कई बार प्रोटेस्ट किये हैं।