Desi Kahani: एक बार एक जमींदार का घोड़ा बीमार हो गया। जमींदार ने सोचा, बनिये के पास बहुत पैसा है, ज़रा उसे चूना लगाया जाए। वह बनिये के पास ग...
Desi Kahani: एक बार एक जमींदार का घोड़ा बीमार हो गया। जमींदार ने सोचा, बनिये के पास बहुत पैसा है, ज़रा उसे चूना लगाया जाए। वह बनिये के पास गया और बोला भाई मुझे पैसों की जरूरत है, तुम मेरा घोड़ा खरीद लो और पैसे दे दो, मैं केवल ₹1000 में घोड़ा दे दूंगा।
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Desi Kahani |
घर जाते ही उसने देखा कि उसका घोड़ा तो मर चुका है, वह फौरन बनिया के पास गया और बोला ठीक है, मुझे तुम्हारा सौदा मंजूर। बनियों ने उसे 500 दिए और ज़मींदार वो पैसे लेकर कुछ दिनों के लिए गांव से बाहर चला गया। कुछ महीनों के बाद जब वो गांव वापस आया तो उसने देखा कि बनिये की दुकान और बड़ी हो गयी है। वो सोच रहा था।
बनिया उसे गालियां देगा। लेकिन ने कहा भाई आओ कैसे हो कुछ चाय पानी ले लो। ज़मींदार हैरान हो गया। उसने बनिये से पूछा ये सब कैसे हुआ? बनियान ने कहा आप का ही दिया हुआ है सब कुछ। ज़मींदार बोला पर मेहनत तो तुम्हे मरा हुआ घोड़ा बेचा था।
बनिया बोला, मैंने उस मरे हुए घोड़े से 10,000 कमा लिए, ज़मींदार हैरान रह गया। बनिये ने कहा, मैंने एक लॉटरी का विज्ञापन दिया कि जो जीतेगा मैं उसे ₹1 में घोड़ा दूंगा। बहुत से लोग लॉटरी खरीदने आए और लॉटरी की टिकट बेचकर मैंने 10,000 कमाए। ज़मींदार ने पूछा अरे तो विजेता को क्या दिया? घोड़ा तो मरा हुआ था।
बनिये ने कहा, विजेता को मैंने उसके टिकट का दाम यानी कि ₹10 और ₹1 एक्स्ट्रा, जो उसने घोड़ा खरीदने के लिए दिए थे। वो वापस कर दिया और कहा कि घोड़ा इलाज के दौरान मर गया। तुम्हारा जो भी में नुकसान हुआ है। वो वापस ले लो, वो भी खुश, मैं भी खुश लगभग ₹1500 लगाकर मैंने 10,000 कमा लिया।
मित्रों इस Desi Kahani के माध्यम से आप लोग बहुत ही अच्छे से समझ गये होंगे। कि बनिये इतने अमीर इस लिए होते है।
निष्कर्ष: बिना पैसे से, अपने मेहनत और बुद्वि के द्वारा यह लोग पैसा बनाते है।
दूसरा कहानी
चींटी और कबूतर की कहानी (Moral Stories In Hindi)
चींटी और चिड़ियॉं एक समय की बात है। पेड़ पर से एक चींटी तालाब में गिर गई। वह अपना जीवन बचाने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रही थी। यह सब एक चिड़ियॉं देख रही थी। तभी उसके मन में यह विचार आया, कि क्यों न इस चींटी की जान बचाई जाय। उसने एक पत्ते को तोड़ा और चींटी के पास फेंक दिया। चींटी झट से पत्ते पर चढ़ गई और बड़ी कृतज्ञता भरी नजरों से उसने चिड़ियॉं का धन्यवाद किया। उसने चिड़ियॉं से बोली मैं बहुत थक गयी थी। आपने मेरी सहायता कर, मेरी जान बचायी।
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Moral Stories In Hindi |
कुछ सप्ताहों बाद की बात है। एक बहेलिया जंगल में आया बहेलियों का तो काम ही होता है। पक्षियों को पकड़ना। उसने कुछ दाने जमीन पर फेंके और उस पर अपना जाल बिछा दिया। वह चुपचाप किसी पक्षी के जाल में फंसने का इंतज़ार कर रहा था।
वह चींटी जो वही कहीं से गुजर रही थी। उसने जब वह सारी तैयारी देखी तो क्या देखती है, की वही चिड़ियॉं जिसने उसकी जान बचाई थी। उड़कर उसी जाल में फंसने के लिए धीरे धीरे नीचे उतर रहा थी। चींटी ने एकदम आगे बढ़, बहेलीया के पैर पर इतनी बुरी तरह काट दिया, की बहेलिया के मुँह से जोर से चीख निकल गई।
चिड़ियॉं दूसरी दिशा में उड़ गयी और उसकी जान बच गई। चींटी भी अपने काम पर चली गयी।
निष्कर्ष: यदि आप किसी के लिए अच्छा करते है, तो वही भी आपके सदैव हितों के लिए ही कार्य करता है।