Trai: देश में 155 करोड़ से भी ज्यादा की आबादी है। Trai का Data के अनुसार डेढ़ सौ करोड़ में से लगभग 114,00,00,000 लोगों के पास वायरलेस कनेक...
Trai: देश में 155 करोड़ से भी ज्यादा की आबादी है। Trai का Data के अनुसार डेढ़ सौ करोड़ में से लगभग 114,00,00,000 लोगों के पास वायरलेस कनेक्शन मौजूद है। यानी देश के 114,00,00,000 लोगों के पास Mobile है। इनमें से बहुत लोग अभी भी 2G या फिर 3G सर्विस का ही Use कर रहे हैं, लेकिन Bharat में अब 4G और 5G आ चूके हैं।
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कैसे 2G, 3G को अपग्रेड किया जाए?
यह एक जटिल समस्या बन चुकी है। टेलीकॉम कंपनियों के लिए इसलिए इस समस्या का हल निकाल लिया गया है। हल यह निकला है। कि 2G और 3G सेवाओं को परमानेंट बंद कर देना चाहिए।
या फिर अपने आप लोगों को 4G या फिर 5G पर शिफ्ट करना होगा ट्राई का डेटा कहता है। की देश में 2G और 3G को इस्तेमाल करने वाले करीब 250 मिलियन लोग हैं, लेकिन अगर इन सर्विसेज को बंद कर दिया गया तो इतनी बड़ी आबादी को फोड़ दिया। 5G पर शिफ्ट होना होगा, जिसका सीधा फायदा जियो, Airtel या फिर Wodafone Idea को मिलेगा।
लेकिन आपके मन में यह प्रश्न होगा, बंद क्यों करना है?
दरअसल टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी ट्राई ने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन मिशन थ्रू 5G इकोसिस्टम नाम से एक कॉन्सन्ट्रेशन पेपर जारी किया था।
हाल के कुछ दिनों में और टेलीकॉम ऑपरेटर्स से यह सलाह मांगी गई थी। जिसके बाद टेलीकॉम कंपनी सरकार को देश में 2G या 3G नेटवर्क सर्विस को बंद करने की सलाह दी। रिलायंस जियो ने मौजूदा यूजर्स को 4G, 5G जी नेटवर्क पर शिफ्ट करने के लिए सलाह दी थी।
कंपनी का कहना है। कि ऐसा करने से गैर जरूरी Network Cost बचाई जा सकती है। और ज़ाहिर तौर पर इससे फ़ोर जी ऑर 5जी को इस्तेमाल करने वालों की संख्या में भी इजाफा हो जाएगा।
हालांकि ऐसा नहीं है। कि केवल जियो ही 2G और 3G को बंद करने की मांग कर रही हो। इस मामले में वीआइ पीछे नहीं है। Wodafone Idia का कहना है कि 2G और 3G Fast Network कनेक्टिविटी में बैरियर की तरह है।
जो डिजिटल डिवाइडेंस बढ़ाते हैं और 5जी इकोसिस्टम पर इम्पैक्ट डालते हैं। इसके साथ ही इन नेटवर्क्स को चलाने में गैरजरूरी कॉस्ट भी लगती है।
आज की तारीख में जियो और एयरटेल दोनों टेलीकॉम कंपनियां लगभग 1 साल से अनलिमिटेड Data Plan के साथ 4G के Rate पर 5G सर्विस दे रही है। मौजूदा सब्सक्राइबर्स को पर अपग्रेड करवाने के लिए 4G Price पर यह सर्विस दी जा रही है। लेकिन ऐसा चलेगा कब तक? ऐनालिस्ट का अनुमान है। की यह स्थिति जल्द बदल सकती है। क्योंकि यह कंपनियां सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़ाने के साथ अपना रेवेन्यू बढ़ाने की तैयारी कर रही है।
इसलिए कंपनियों के 5G Plan 4G की तुलना में पांच से 10 फीसदी तक महंगे हो सकते हैं। वर्तमान समय में टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया नट ट्राई के मुताबिक भारत में वायरलेस ऑपरेटर्स की संख्या 114.8,00,00,000 है, जिसमें से जियो के कुल सब्सक्राइबर्स की संख्या 44,00,00,000 से ज्यादा है।
एयरटेल के कुल सब्सक्राइबर्स की संख्या 37,00,00,000 से ज्यादा है और वोडाफोन आइडिया के कुल सब्सक्राइबर्स की संख्या 22,00,00,000 से ज्यादा है। लेकिन देश की आबादी कुल टेलीकॉम सब्सक्राइबर्स की संख्या से काफी ज्यादा है।
और इसमें से बहुत से लोग जो 3G, 2G को ही इस्तेमाल कर रहे हैं, उन को अपग्रेड करना जरूरी हो गया है। कंपनियों के लिए और सरकार के लिए भी अब वह अपग्रेड कैसे करते हैं, इसके लिए क्या कदम उठाते हैं, यह वक्त बताएगा लेकिन इस चीज़ पर कदम उठाया जाएगा। तो ज़ाहिर तौर पर 25,00,00,000 लोगों के फ़ोन ठप हो जाएंगे।
क्योंकि जिनमें 2G, 3G सिम चलती है, उनमें फ़ोर जी 5G नहीं चलती। और जहाँ फ़ोर जी 5G चलती है, वहाँ टूजी, 3G का कोई काम नहीं रहेगा। तो ज़ाहिर तौर पर उन लोगों को जिनके हाथ में 2G के फ़ोन हैं। उन्हें बड़ा झटका लग सकता है। अगर सरकार इस फैसले को अमल में लाती है।