आंध्र प्रदेश: एक बार तिरुपति बालाजी तिरुमला में अपने भक्तों के द्वारा किए जा रहे पापों से काफी क्रोधित हो गए और सभी को काफी कठिन दंड देने ल...
आंध्र प्रदेश: एक बार तिरुपति बालाजी तिरुमला में अपने भक्तों के द्वारा किए जा रहे पापों से काफी क्रोधित हो गए और सभी को काफी कठिन दंड देने लगे इस बात को जानने के बाद पुरोहितों ने मंदिर को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया।
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Tirupati Balaji |
ऐसा भी मान्यता है, कि भगवान श्री विष्णु जी की आखे शक्तिशाली और चमकीली,दिव्य होने के कारण उनके भक्त भगवान तिरूपति बाला जी की आंखों में सीधा नहीं देख सकते हैं, क्योंकि उनकी आंखें ब्रह्मांडीय ऊर्जा से परे हैं।
आज भी हर गुरुवार को कुछ भाग्यशाली लोगों को बालाजी के सुंदर आंखों का दर्शन होता है।
तिरुपति बालाजी मंदिर की विशेषता:
टिरुपति बालाजी का मंदिर विश्व में अपनी अद्वितीय संरचना और विशालता के लिए प्रसिद्ध है। इसकी शिल्पकला, संगीत और सांस्कृतिक महत्वपूर्णता बालाजी के भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
भारतीय संस्कृति में धर्म, आस्था और प्रेम का अद्वितीय प्रतीक और तीर्थ स्थल, तिरुपति बालाजी अपने आप में एक अनुभव है। यह एक मान्यता से भरा हुआ स्थल है, जहां लाखों श्रद्धालु वार्षिक रूप से यात्रा करते हैं और अपने मनोभावना के साथ इस भव्य मंदिर की शरण में जाते हैं।
भक्ति की अनुभूति:
तिरुपति बालाजी के मंदिर में भक्ति की अनुभूति अत्यंत गहरी होती है। यहां लाखों लोग अपने मन की शांति और चैन के लिए आते हैं और अपने अंतरात्मा के साथ एकीकृत होते हैं।
तिरुपति बालाजी एक ऐसा स्थान है जहां धार्मिकता, आस्था और सेवा का महत्वपूर्ण संगम होता है। यहां भक्तों का न केवल मनोकामना पूर्ण होती है, बल्कि समाज की सेवा में भी योगदान करते हैं।
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