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गुरु पूर्णिमा: शरीर के इस अंग पर बांधे काला धागा हर मनोकामना होगी पूर्ण - Guru Purnima

3 जुलाई गुरु पूर्णिमा के दिन शरीर के इस हिस्से पर बांधे काला धागा, तुरंत सभी मनोकामना पूरी हो जाएगी। मित्रों लगभग 900 वर्षों बाद 3 जुलाई गुर...

3 जुलाई गुरु पूर्णिमा के दिन शरीर के इस हिस्से पर बांधे काला धागा, तुरंत सभी मनोकामना पूरी हो जाएगी। मित्रों लगभग 900 वर्षों बाद 3 जुलाई गुरु पूर्णिमा इसका ​बहुत ज्यादा महत्व है।  इस  दिन शरीर के इस भाग पर आज ही बांधे एक काला धागा शिवजी की कृपा से घर में धन धान्य के भंडार भर जाएंगे। अकूत धन और नव निधियों के स्वामी धन के अधिपति कुबेर धनसंपत्ति का वरदान देंगे।

गुरु पूर्णिमा: शरीर के इस अंग पर बांधे काला धागा हर मनोकामना होगी पूर्ण - Guru Purnima Date Muhurat Puja and Significance: गुरु ... गुरु पूर्णिमा तिथि: image
गुरु पूर्णिमा


आप की हर इच्छा, पूरी हो जाएगी धन ऐश्वर्या सुख समृद्धि पाकर आप सफल इंसान बन जाएंगे दोस्तों हिंदू धर्म में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्त्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया जाता है। 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गुरु पूर्णिमा पर गुरुजनों का आशीर्वाद प्राप्त करने से जीवन में सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके साथ इस दिन को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।ऐसा इसलिए क्योंकि इसी दिन महर्षि वेद व्यास जी का जन्म हुआ था, जिन्होंने महाकाव्य महाभारत की रचना की थी।


गुरु पूर्णिमा कब है

मित्रों हिंदू पंचांग के अनुसार Guru Purnima  आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 2 जुलाई को रात्रि 8:21 पर होगा और पूर्णिमा तिथि का समापन 3 जुलाई को शाम 5:08 बजे हो जाएगा। 

दोस्तों जितना जल्दी हो सके इस शुभ समय की समाप्ति से पहले शरीर में इस जगह आज ही बांधे एक काला धागा, बन जाओगे मालामाल गुरु पूर्णिमा में काला धागा बांधने से आपका भाग्य उदय हो जायेगा। 


दोस्तों, आपने कई बॉलीवुड की अभिनेत्रियों को शरीर पर काला धागा बांधे हुए देखा होगा। कई बड़े उद्योगपतियों को काला धागा शरीर के विशेष हिस्से में यहाँ तक कि अगर आप ध्यान से देखें तो हमारे प्रधानमंत्री जी के हाथों में भी आपको काला धागा बांधा हुआ दिख जाएगा। तो कहीं यह सक्सेस का महामंत्र तो नहीं है?


क्या यह वह उनकी सफलता के पीछे का राज़ है? आखिर लोग काले धागे क्यों पहनते हैं? शायद आपने इस बारे में कभी सोचा नहीं होगा। वैसे अगर देखा जाए तो काला रंग नकारात्मक ऊर्जा को उत्पन्न करता है। और इसीलिए किसी भी पूजा पाठ शुभ कार्य में काले रंग के कपड़े नहीं पहने जाते हैं। परन्तु दोस्तों काले वस्त्र धारण और काला धागा शरीर पर बांधना दोनों में फर्क हैं। 


आपने अक्सर देखा होगा छोटे बच्चों को नज़र ना लग जाए इसलिए काला टीका लगाया जाता है।तो वास्तव में काला रंग हर तरह से अशुभ नहीं है। सृष्टि में काले रंग का उज्ज्वल सच यही है कि उसे ईश्वर ने भी श्रेष्ठ माना है। रंग की महत्ता को तो स्वयं शक्ति की देवी महाकाली बताती है। आपने भगवान विष्णु जी के अनेक मूर्तियां मंदिरों में देखी होगी। जैसे कि प्रभावशाली शालीग्राम  काले पत्थर के रूप में विष्णु भगवान को माना गया है। 


किसी अन्य धातुओं और पत्थरों से बनी मूर्ति का नहीं है। काले रंग की गाय को कपिला गाय कहा जाता है, जिसे बहुत ही शुभ फलदायी माना जाता है। काली गाय के पैरों के नीचे की मिट्टी को अगर माथे पर लगाया जाए तो पापों से मुक्ति मिलती है। 


काले रंग के कुत्ते का ज्योतिष में बड़ा महत्त्व बताया गया है। इसे भगवान भैरव का वाहन और क्रूर ग्रहों के प्रभाव को दूर करने के लिए बताया गया है। तो मित्रों काले रंग का धागा अगर आप अपने शरीर पर धारण करते हैं। तो इसकी सबसे विशेषता तो यह कि यह किसी तरह की ऊर्जा को आपके शरीर से बाहर निकालने नहीं देता है। तो मित्रों आज की लेख में हम एक ऐसा असरदार उपाय बताने वाले हैं। जिससे आपका जीवन सकारात्मक तरीके से पूरा बदल जाएगा। 


आपको हर कार्य में सफलता मिलेगा। इतनी खुशियां आपके जीवन में आएंगी, जिसकी आपने कल्पना भी नहीं की होगी। मुख्यतः नकारात्मकता जो आपके हर काम में बाधा आती है, घर में अशुभता लाती है और इससे खत्म हो जाएगी। नकारात्मकता आपके जीवन में रोड़ा बनकर खड़ी होती है। आप चाहें कितनी मेहनत मशक्कत कर लो अपेक्षानुसार आपको उसका फल नहीं मिलता। परिणाम धन की कमी हो जाती है, आर्थिक समस्याएं सताने लगती है, चिंताएं बढ़ने लगती है।

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चिंता साथ में क्लेश लेकर आती है और फिर परिवार में अशांति छा जाती है। पति पत्नी के बीच का संवाद गायब हो जाता है। लड़ाई झगड़े उसकी जगह ले लेते हैं। यह नकारात्मकता आने के कई कारण हो सकते हैं। ग्रहजनित दोषों से लेकर घर में गलत जगह रखी गई गलत चीजें और वास्तुदोष भी इसके कारण हो सकते हैं, लेकिन सबसे बड़ा कारण होता हैकिसी दूसरे की नज़र लग जाना। 


ईर्ष्या और जलन की वजह से ऐसा होता है। हमारे ऊपर आंख चढ़ाई जाती है। ऐसी नकारात्मकता हमें अपने जीवन में कभी भी आगे बढ़ने नहीं देती। हमेशा दुख और निराशा देती है। बड़ी मेहनत और लगन के साथ हम कार्य करते जाते है, फिर भी पर्याप्त सफलता हमसे कोसों दूर हो जाते हैं। लेकिन आज का जो उपाय ऐसा प्रभावशाली उपाय जो आपके ऊपर कोई भी नकारात्मक शक्ति को हावी नहीं होने देगा, ग्रहजनित दोषों को दूर करेगा, उनमें सकारात्मक वातावरण भर देगा। आप अपने लक्ष्य को पा सकते हैं। 


भाग्य का लेखा जोखा प्रत्यक्ष मेल आ सकते हैं। यह उपाय करने के लिए आपको चाहिए होगा रेशमिया या सूती काला धागा।थोड़ा हट के उपाय है यह दोस्तों काला धागा बांधने की प्रथा आज की नहीं, कई सालों से इसे हाथ, पैर, गले और बाजू में बांधा जा रहा है। मूल रूप से इसे नजर से बचने के लिए बांधा जाता है। दरअसल, काला धागा और भी कई मुसीबतों समस्याओं से बचा कर व्यक्ति को अमीर तक बनने के काम आता है।


मित्रों वास्तव में हमारा शरीर पंच तत्वों से मिलकर बना है। यह पंचतत्व हैं पृथ्वी, वायु, अग्नि, जल और आकाश। इनसे मिलने वाली ऊर्जा हमारे शरीर का संचालन करती हैं। इनसे मिलने वाली ऊर्जा से ही हम सभी सुविधाओं को प्राप्त करते हैं। जब किसी इंसान की बुरी नजर हमें लगती है तब इन पंच तत्वों से मिलने वाली संबंधित सकारात्मक ऊर्जा हम तक नहीं पहुँच पाती। इसलिए शरीर पर काला धागा बांधा जाता है। 


काला रंग नजर लगाने वालों की एकाग्रता से मिलने वाली सकारात्मक ऊर्जा हम तक यानी की जो नकारात्मक ऊर्जा है, वह हम तक नहीं पहुँच पाती है। और उसके नकारात्मकता को भंग कर देता है। इसलिए शरीर पर काला धागा बांधा जाता है, काला रंग नजर लगाने वाली की एकाग्रता को भंग कर देता है। इसके कारण नकारात्मक ऊर्जा आपको प्रभावित नहीं कर पाती। इसको अलग अलग तरीके से उपयोग में ले सकते हैं। और उसी के अनुसार आपको उतना ही लंबा धागा लेना है। 


यह काला धागा नकारात्मकता को अवशोषित कर लेता है। काला रंग बुराइयों को अवशोषित कर लेता है, सोख लेता है। अक्सर बड़े बुजुर्ग भी बच्चों को नजर उतारने जैसी चीजों में काला धागा पहनाया करते थे। और यह आज से नहीं बल्कि पुरानी कारों से चला आ रहा है। इसी कारण अक्सर आपने देखा होगा कि घर के बड़े बुजुर्ग जब आपके घर में कोई भी छोटा बच्चा पैदा हो तो उसे किसी की नजर ना लगे। और उसमें किसी प्रकार के तंत्र मंत्र के प्रकोप ना हो तो काला टीका लगाया जाता है।


शादी के समय दूल्हे दुल्हन को काला टीका लगाया जाता है। यह काला धागा सदैव यह जो काला रंग है यह सदैव बुरी शक्तियां को दूर रखता है।


 काले धागे का उपाय  पूर्णिमा पर

सर्वप्रथम आप एक कला धागा लेकर आपको किसी पास के शनि मंदिर अथवा फिर हनुमान जी के मंदिर जाना है। अगर आप शनि मंदिर जाते हैं तो शनिदेव को जो सरसों का तेल चढ़ाया जाता है। उसे तेल में काले धागे को थोड़ा सा डुबो लेना है। या फिर थोड़ा सा तेल उस धागे पर लगा लेना है।


अगर आप हनुमान मंदिर जाते हैं तो हनुमान जी के चरणों का सिंदूर इस धागे पर आपको लगाना है। और साथ ही आपको धागे में सात गांठ लगानी है। प्रत्येक गांठ लगाते समय एक समस्या के निराकरण की विनती आपको भगवान से करनी है। तो आपके जीवन की जो बड़ी समस्याएं हैं, सात 7 गांठ लगाते वक्त आपको भगवान को बतानी है। आपको धन संबंधी समस्याएं में जो कार्य में अड़चन आती है।किसी भी प्रकार की अड़चन है, संतान से जुड़ी कोई परेशानी है, कर्ज बढ़ता जा रहा है। पारिवारिक जीवन में क्लेश, कलह हो, हर एक समस्या को एक गांठ लगाते समय आप बोल दें। इस तरह से आप साथ समस्याओं हेतु 7 गांठ बांधे। फिर भगवान के चरणों में एक दीपक जलाकर ओम शं शनिश्चराय नमः इस मंत्र का जाप करें।


अगर हनुमान जी के मंदिर जाते हैं। तो एक बार हनुमानजी के चालीसा पाठ करें। उसके बाद जिस धागे में आपने गांठे लगाई है उस धागे को दीप के ऊपर सात बार आप घूमा ले और फिर घुमाते समय  ओम हनुमते नम: इस मंत्र को सात बार जाप करना है। फिर आपको किसी को कुछ बताना नहीं है।


चुपचाप अपने घर आपको चले आना है और इसे एक रात के लिए इस धागे को अपने घर के मंदिर पूजा स्थान पर रख दें। अब इस धागे को अपने जिस भी किसी व्यक्ति के लिए आप उपाय करना चाहते हैं। उस व्यक्ति के बाजू में आप यानी की बांध दें, उसके बाजू में बांधे या फिर आप जैसे कोई बीमार पड़ा है तो उसके गले में बांधे तो निश्चित ही आपको लाभ होगा। और इतना धन आएगा कि आपने सोचा भी नहीं होगा।


काले धागे का उपाय  सावन में  

मित्रों, सावन के पवित्र महीने में आप एक काला धागा आप शिवलिंग के ऊपर जा कर रख दें। भगवान शिव जी के शिवलिंग पर आप रख दें। और फिर एक लोटा जल चढ़ाये और काले धागे को जल से भिगो दें। इसके बाद काले धागे को लेकर आए और आप अपनी तिजोरी में बांधे।


अपने धन के स्थान पर बांधे। आप देखेंगे कि सारी समस्या आपकी खत्म हो जाएगी। किसी प्रकार की मनोकामना हो जरूर पूरी होगी। 


तृतीय काले धागे का उपाय 

मित्रों एक और उपाय यह उपाय आप तभी भी कर सकते है। आप एक काला धागा लेकर जाए। शनि मंदिर या फिर आप जाए। हनुमान मंदिर लेकर जाएं और आप शनि मंदिर जाएं तो सरसों का तेल लगा लें। हनुमान मंदिर जाते हैं तो हनुमान जी के चरणों का सिंदूर लगा लें। और फिर आप अपनी मनोकामना बोलते हुए शनि मंदिर गए हैं, तो शनि मंदिर के आप गेट पर ही बांध दें। अपनी मनोकामना बोलते हुए और हनुमान जी के मंदिर गए तो हनुमानजी के मंदिर में बांध दें। 


आप देखेंगे आपके सभी कार्य पूरे हो जाएंगे। आपको दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की मिलेंगी। हर मनोकामना पूरी हो जाएगी। आपके जीवन के हर कष्ट दूर हो जाएंगे। 

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गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं


गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा: गुरु साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः 
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं