google.com, pub-8818714921397710, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Lok Sabha Chunav 2024 : लोकसभा चुनाव से पहले मायावती को बड़ा झटका लगने वाला है, यूपी की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आया - Purvanchal samachar - पूर्वांचल समाचार

Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

ads

Lok Sabha Chunav 2024 : लोकसभा चुनाव से पहले मायावती को बड़ा झटका लगने वाला है, यूपी की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आया

UP News: यूपी की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई जिसने राजनीति के गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया। दावा किया जा रहा है। कि लोकसभ...

UP News: यूपी की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई जिसने राजनीति के गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया। दावा किया जा रहा है। कि लोकसभा चुनाव से पहले मायावती को बड़ा झटका लगने वाला है, वह कैसे यह जानने के लिए आपको यह सियासी तस्वीर देखनी होगी।

Lok Sabha Chunav 2024 : लोकसभा चुनाव से पहले मायावती को बड़ा झटका लगने वाला है, यूपी की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आया

जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दो नेता नजर आ रहे हैं। एक है आजमगढ़ की लालगंज लोकसभा सीट से बसपा सांसद संगीता आजाद तो दूसरे उनके पति और पूर्व विधायक आजाद अरिमर्दन दरअसल, बीएसपी सांसद संगीता आजाद ने कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी, जिसकी तस्वीरें उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट की और लिखा शीतकालीन सत्र के दौरान प्रधानमंत्री से मुलाकात का मौका मिला।

उनसे मिलकर आजमगढ़ के विकास के लिए कई मांगें रखी। और मांग पत्र सौंपा। प्रधानमंत्री ने आश्वासन भी दिया। आजमगढ़ की जनता की अपेक्षाएं जल्द पूरी होंगी। पीएम से बीएसपी सांसद की मुलाकात की तस्वीरें सामने आते ही संगीता आजाद के बीजेपी में जाने की अटकलें लगाई जाने लगीं। कहा जा रहा है कि जल्द ही वह मायावती की पार्टी से आजाद होकर बीजेपी की पार्टी में भगवा झंडा लहराएगी।

हालांकि पिछले 6 महीने से ही संगीता और उनके पति के बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। क्योंकि RSS  (आर एस एस) की बैठक में भी दोनों नेता शामिल हो चूके हैं। साथ ही यह जानकारी सामने आई है। कि बसपा के पूर्व विधायक और उनकी सांसद पत्नी ने अपनी गाड़ी से बसपा का झंडा भी उतार लिया था।

लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। और ऐसे समय में संगीता आजाद अगर बीएसपी का साथ छोड़ती है तो यह मायावती के साथ साथ उनके उत्तराधिकारी आकाश आनंद के लिए बड़ी मुसीबत ला सकता है। क्योंकि इस वक्त बीएसपी को अपना अस्तित्व बचाने और संगठन को मजबूत करने के लिए अपने नेताओं की जरूरत है, जबकि एक सांसद दानिश अली को तो मायावती पहले ही निकल चुकी है।


यह भी पढ़े